आजकल आप सभी जो भी ब्लॉगिंग करते हैं सबसे ज्यादा इन्फ्लुएंस हो रहे होंगे इस तरह के स्क्रीनशॉट वीडियो रिकॉर्डिंग को देखकर किसी का एडसेंस पे 10000 किसी का 5000 किसी का 4000 इस तरह की अर्निंग हो रहा है । तो यह कैसे पॉसिबल है क्या यह गलत है , क्या यह सही है , यह सब जानेंगे । और आज मैं आपको बताऊंगा adsense से पैसे कमाने के तरीके , यानी गूगल ऐडसेंस अगर आपके है पास तो कैसे पैसा कमा सकते है । आप सभी को यह बात बताने की जरूरत नहीं है कि हम एक ब्लॉग बनाते हैं ब्लॉग प एडसेंस अप्रूवल लेते हैं और उस पर ट्रैफिक आता है हम उससे पैसा कमाते हैं । लेकिन यहीं पे जो ट्रैफिक वाला शब्द है ये अपने आप में काफी आसान नहीं है , बहुत ज्यादा प्रॉब्लम होती है 90 पर 95 पर या कह लीजिए 99 पर । लोग जो है ट्रैफिक अपने Blog पे ला ही नहीं पाते हैं , भले ही उनके पास एडसेंस अकाउंट हो , भले ही उनके पास ब्लॉग हो बट उनके पास ट्रैफिक नहीं होता जिसकी वजह से उनकी कमाई नहीं होती है । लेकिन वहीं पर हम दूसरे लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर देखते हैं लोग शेयर कर रहे हैं कि भाई मैं आज $500 कमाया , आज मैंने $100 कमाया , इस महीने मैंने $10000 कमाया ऐसे देखते हैं । तो कहीं ना कहीं ऐसा लगता है कि हम क्या मिस कर रहे हैं जिसकी वजह से हम उतना पैसा नहीं कमा पा रहे हैं , तो देखिए मैं यहां पे कांसेप्ट बता रहा हूं बाकी चीजें डिटेल में आप लर्न कर सकते हैं । और अगर आप रिक्वेस्ट करेंगे तो हम इस पर article भी बनाएंगे हर एक पर डिटेल से ।
तो देखिए एडसेंस से जो पैसा कमाने के तरीके हैं , बहुत सारे ऐसे जानते भी होंगे लेकिन जो मैं सबसे पहला इसमें आपको बता रहा हूं व है एडसेंस arbitrage । मैं बात कर रहा हूं उसमें arbitrage का मतलब होता है हम किसी से लो कॉस्ट पे ट्रैफिक बाय करते हैं और हम किसी एडवरटाइजर को उस ट्रैफिक को हाई कॉस्ट पे सेल कर देते हैं , और जो हम लाइक जो हम जो खरीदे रहते हैं उसमें और जो हम सेल करते हैं उसको माइनस करने पे जो पैसा बचता है वो हमारा प्रॉफिट होता है । फॉर एग्जांपल हमने किसी से ₹1 पे ट्रैफिक खरीदा और हमने उसको ₹1.5 पे किसी एडवरटाइजर को सेल कर दिया और उसमें से हमारा कितना बचा 50 पैसे हमारे प्रॉफिट के बच गए । और यह स्केलेबल है तो इसको लोग स्केल कर लेते हैं । लेकिन इसके लिए स्ट्रेटेजी चाहिए होती है जैसा मैं ऑलरेडी बहुत बार बता चुका हूं कि जो तरीका स्केलेबल होता है उसके लिए प्रॉपर स्ट्रेटेजी चाहिए होती है । एडसेंस arbitrage एक ऐसा तरीका है जिससे हम अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं । और इसके लिए सिंपल सा क्या करना होता है हमारे पास एक ब्लॉग होता है , हम उसपे एडसेंस अप्रूवल लेते हैं , कुछ दिनों तक उस पर काम करते हैं उस पर ट्रैफिक ऑर्गेनिक तरीके से रेफरल तरीके से आना स्टार्ट हो जाता है , हम पहला पेआउट लेते हैं । ज्यादातर लोग जो करते हैं मैं वही बता रहा हूं पहला पेआउट ऑर्गेनिक तरीके से लेते हैं फिर हम क्या करते हैं स्केलिंग पे आते हैं । स्केलिंग करने के लिए हम क्या करते हैं ट्रैफिक मीडियम का इस्तेमाल करते हैं लाइक सिंपल सा आर्बिट्रेजिंग इस्तेमाल होते हैं वो पेड होते हैं । तो इसमें जैसे taboola का आपने नाम सुना होगा लोग taboola ऐड लगाते हैं , जैसा कि आप देख सकते हैं इस वेबसाइट पे अगर मैं आपको यहां पे क्लिक करके दिखाता हूं तो देखेंगे एक ब्लॉग पे जा रहा है जहां पे एडसेंस अप्रूव्ड है आईडी तो इसी तरीके के लोग ऐड लगाते हैं तबूला पे । इसी तरह आउट ब्रेन हो गया वहां पे लगाते हैं , एमजी आईडी हो गया वहां पे लगाते हैं एक क्लिक के ज्यादा पैसे मिलते हैं । क्योंकि हमें हमें कम हम कम दाम लगाकर ट्रैफिक खरीदते हैं और उस ट्रैफिक को गूगल ऐडसेंस सको सेल करते हैं मेडिएटर का । तो हम क्या करते हैं फॉर एग्जांपल तबूला पे हम एक ऐड चलाते हैं कम कीमत पे और जो वहां से ट्रैफिक आती है बहुत ही हाई क्वालिटी ट्रेफिक होती है और उससे हमें हाई अर्निंग जनरेटर होता है । फॉर एग्जांपल यहां पे हम $100 का ऐड चलते हैं मे बी हमें $110 $120 अर्निंग हो जाता है , तो हमारा 20% का मार्जिन हो जाता है जो कि हमारे लिए बेनिफिट होता है , और हम इसको स्केल कर सकते हैं लाइक 1000 का चलाएंगे तो हमारी अर्निंग यहां पे $200 की हो जाएगी । तो इस तरीके से लोग आर्बिट्रेज का इस्तेमाल करके पैसा कमाते हैं । ये बहुत ही सिंपल तरीका है और सबसे खास बात यहां पे लाइक इंडिया के लिए तो आर्बिट्रेजिंग तो अगर आप लाइक आर्बिट्रेज के थ्रू जा रहे हैं तो आपका जो है एड्स पे स्पेंड है वो ज्यादा हो जाएगा और आपको इनकम कम होगी । तो आपको टायर वन कंट्रीज चुनना होगा जैसे यूनाइटेड स्टेट हो गया , यूनाइटेड किंगडम हो गया , सिंगापुर हो गया , ऑस्ट्रेलिया हो गया इस तरह के कंट्रीज को टारगेट करके ।
जो दूसरा तरीका है बहुत बार इस शब्द का नाम भी आपने सुना होगा एडसेंस लोडिंग । देखिए यह काफी रिस्की भी है और मैं इसे कहूंगा कि हर किसी को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ; बट जो देखिए हो सकता है बहुत सारे लोग रिस्क ले रहे हैं , बहुत सारे लोग इसको अलग-अलग तरीके से ट्रेड कर रहे हैं राइट , अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल करके यहां से पैसा जनरेट करने हैं । तो ज्यादातर लोग जो सोशल मीडिया पर अपना शेयर करते हैं उनमें ज्यादातर लोग एडसेंस लोडिंग का ही इस्तेमाल करते हैं । अब जिनका अब इसका सिंपल सा आईडिया आपको लग जाएगा पता करने का जिनका आरपीएम बहुत हाई होगा ना वो समझ जाना कि इसी का इस्तेमाल कर रहे हैं । अब एक और बड़ी चीज इसमें मैं बता दूं इसमें जो पैसा पे आउट होता है उसके चांसेस बहुत कम होते हैं लाइक ये सपोज आप पूरे मंथ काम कर रहे हो आपको लग रहा है कि मेरा तो $10000 $12000 बन रहा है , बट आपका पेआउट आने से पहले ही एडसेंस खत्म हो सकता है । तो इसमें जो रिस्क लेवल है बहुत हाई है तो इसमें मैं कहूंगा अगर आपको ट्राई करना है तो आप अपने मेन अकाउंट पर ट्राई मत करना और मैं जस्ट इंफॉर्मेशन दे रहा हूं कि एक वे है मैं आपको यह नहीं बता रहा हूं कि भाई ऐसे करके जादू कमा सकते हैं । बट अब आती है बात मेन एडसेंस लोडिंग करते कैसे हैं राइट । आपने नाम तो सुना होगा एडसेंस लोडिंग का तो इसमें एडसेंस लोडिंग कैसे करते हैं ।
सिंपल सा इसका फंडा है कि अगर हाई सीपीसी वाले ऐड्स दिखेंगे वहां पे क्लिक करेंगे तो किसी पे $50 किसी पे $100 ऐसे क्रिक्स के मिल जाते हैं । अब इसको करते करने के लिए पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता है , आर्बिट्रेजिंग करना पड़ता है इसमें भी पैसा लगाना पड़ता है और इसकी स्ट्रेटजी थोड़ी सी टेक्निकल है । बहुत सारे लोग जो सबसे बड़ी गलती करते हैं लोडिंग में वीपीएन का इस्तेमाल करके । वीपीएन का अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो चुटकी लगता है किसी को लाइक एडसेंस अप्रूवल रेगुलर वे में कराते हो जो मैं बता रहा हूं एक बहुत ही जेनुइन वे है इसको ट्राई कर सकते हैं , बट रिस्क लेवल हाई है मैं पहले ही बता देता हूं । और मैं केवल जानकारी के लिए ही बता रहा हूं ब्लॉग पे एडसेंस अप्रूव होने के बाद हमें जो सबसे पहला इसके लिए रिक्वायरमेंट होता है वो होता है आरडीपी , रिमोट , डेस्कटॉप , प्रोटोकॉल । आरडीपी हम आरडीपी को मैं सिंपल भाषा में कहूं तो आरडीपी हम यहां से इंडिया में बैठे बैठे हम अपना सर्वर यूएस में एक्सेस कर सकते हैं । वहां का कंप्यूटर एक्सेस कर सकते हैं आरडीपी के थ्रू हम किसी भी कंट्री का । और आरडीपी सिंपल अगर आप सर्च करेंगे यूएस आरडीपी तो आपको google पे बहुत सारे वेबसाइट्स मिल जाएंगे जो $9 $10 $15 पर मंथ में आपको 2gb 3gb 4gb का एक कंप्यूटर सिस्टम आरडीपी के थ्रू देते हैं , जिसको आप अपने मैक से भी अपने विंडोज से भी लॉगइन कर सकते हैं , एक्सेस कर सकते हैं नॉर्मली ज्यादातर विज सर्वर का ही इस्तेमाल होता है । तो विंडो सर्वर आसानी से मिल जाएगा जहां से आप आपका लोकेशन तुरंत चेंज हो जाएगा इसमें । देखिए इसमें रियल चेंज होता है , रियल लोकेशन चेंज होता है , आपको एक यूएस की आईपी असाइन हो जाएगी इसमें ; एक चीज ध्यान देने वाली बात है केवल एक आरडीपी पे एक यूएस की आईपी असाइन होती है , अब इसमें अगर आप सेल्फ क्लिक करते हैं तो मान लीजिए एक या दो कर सकते हैं लाइक एक सिंगल आईपी पे तो ज्यादा नहीं कर सकते हैं । अब इसके बाद यहां पे बड़ा खेल शुरू होता है ; अब यहीं से शुरू होता है प्रोक्सी आईपी का खेल । फॉर एग्जांपल IPRoyal.com इस तरह की और भी बहुत सारे वेबसाइट है जहां से हम आईपी खरीद सकते हैं । यूएस के रेजिडेंशियल आईपी जो इसके लिए सबसे बेस्ट माना जाता है वो लोग बाई करते हैं । इसके लिए हमें अलग-अलग पैकेजेस मिलते हैं जैसे लाइक एक पैकेज भी बेचते हैं जिसमें हम रेजिडेंशियल आईपी खरीद लेते हैं । प्रोक्सी के थ्रू आप सर्च करेंगे लाइक यूएस प्रॉक्सीस या रेजिडेंशियल आईपी यूएस रेजिडेंशियल आईपी तो आपको मिल जाएंगे हर एक कंट्रीज के मिलते हैं जिसको आप टारगेट कर रहे हो वहां के बाय कर सकते हो , अब यह खेल हो जाता है ।
देन तीसरा आता है एंटी डिटेक्ट ब्राउजर का खेल । ठीक है इसमें इसका भी बहुत इंपॉर्टेंट रोल है एंटी डिटेक्ट ब्राउजर से हम लाइक हम अपना लोकेशन आईपी और यूजर एजेंट के थ्रू एकदम 100% जो google एंटी डिटेक्ट ब्राउजर बहुत सारे हैं । आप तो आपको बहुत सारे ब्राउजर्स मिल जाएंगे जो है जिसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं लाइक जिसको खरीद सकते हैं यह भी पेड होता है । इनमें भी अलग आते हैं कुछ फ्री में भी देते हैं जैसे इसमें एड्स पावर या डॉल्फिन ठीक है ; इनकॉग्निटो पॉपुलर एंटी डिटेक्ट ब्राउजर है । आप सर्च करोगे इंटरनेट पे , कीवर्ड मैं बता दे रहा हूं सर्च करोगे तो मिल जाएगा जब यह सारी चीजें हम सेटअप कर लेते हैं तो अलग-अलग आईपी से हम खुद पे भी क्लिक कर सकते हैं । खुद से क्लिक करते हैं लाइक हमारा आईपी अलग-अलग होता है तो हम एक आईपी से एक दो क्लिक कर लेते हैं , तो इससे अलग-अलग हम प्रॉक्सीस का आईपी का इस्तेमाल करके क्लिक करते हैं तो यहां से हम अर्निंग करते हैं । एडसेंस लोडिंग का दूसरा जो तरीका है एडसेंस लोडिंग का सेम इसमें करते हैं । हम सर्वर लेते हैं , आरडीपी लेते हैं हम क्या करते हैं हम एंटी डिटेक्ट ब्राउजर के थ्रू लाइक अलग-अलग जगह प अलग-अलग लाइक एंटी डिटेक्ट ब्राउजर में फायदा यह होता है प्रोफाइल हम क्रिएट कर सकते हैं । प्रोफाइल का मतलब हर एक प्रोफाइल में एक अलग ब्राउजर हम बना सकते हैं अलग-अलग कंट्रीज का । तो उसमें हम क्या है डिवाइस के हिसाब से लाइक मोबाइल फोन हो गया , एल फोन हो गया , एंड्राइड हो गया इस तरह अलग-अलग डिवाइस भी सेलेक्ट कर सकते हैं तो हम एफबी अकाउंट बना के , सोशल मीडिया अकाउंट बनाके वहां पर हम कंटेंट को शेयर करते हैं , फिर वहां से जाके उस पर क्लिक करके वहां तक पहुंचते हैं तो यह तरीका भी आजमाते हैं । बहुत सारे लोग बहुत सारे लोग बल्क ट्रैफिक भी ड्राइव करवाते हैं ग्रुप्स के थ्रू । तो जो लोडिंग का अलग-अलग मेथड लोग इस्तेमाल करते हैं जैसा मैंने कहा कि यह डिपेंड करता है ; बट जो लाइक एक ट्रेडिशनल वे है वही जो मैंने पहले बताया कि लोग क्या करते हैं । आरडीपी के थ्रू जाते हैं उस लोकेशन पे और वहां से खेल करते हैं तो यह दो सबसे पॉपुलर तरीका है जिसका इस्तेमाल आज के समय में लोग कर रहे हैं ।
और देन आता है थर्ड तरीका है जिससे आप एडसेंस का एडसेंस से पैसा कमा सकते हैं । वो है लाइक देखिए इसमें जो बेसिक रिक्वायरमेंट है वो वेबसाइट आपके पास होना चाहिए । एडसेंस अप्रूव्ड ये उसके बाद का प्रोसेस है ये ट्रैफिक ड्राइव करने का प्रोसेस है क्योंकि एडसेंस से अर्निंग तभी होगा जब ब्लॉग पे ट्रैफिक आएगा । तो ये डिफरेंट वे है जिससे आप ब्लॉग पे ट्रैफिक क्लिक एडसेंस पे वो ड्राइव कर सकते हैं । जो तीसरा तरीका है वो है पेड ट्रैफिक ऑलरेडी मैं बता चुका हूं फटाफट ब्लॉग पे अगर आपको ट्रैफिक चाहिए तो पेड वे है बहुत सारे हैं । जैसे डिस्प्ले ऐड में मैंने अपना दिखाया था कि लाइक हमने पॉपलर ऐड पे पुश जो पेड पुश का हमने ऐड चलाया था उसका मैंने दिखाया था रिजल्ट कि कितना क्लिक्स आया , कितना ये सारी चीजें आए , तो वो भी जाके आप चेक आउट करना चाहे तो कर सकते हैं तो ये पेड ट्रैफिक से आप जनरेट कर सकते हैं और इसके लिए आप लोग अगर पेड की बात करें पेड पैसे दे तो टे ग्राले सकते हैं ये भी एक तरीका है ।
अगला तरीका है यानी चौथा इसमें जो तरीका है उसके बारे में आप ऑलरेडी मैं बता चुका हूं हाई अमाउंट में ट्रैफिक ड्राइव करने के लिए पूरा डिटेल वीडियो है डिस्क्रिप्शन में लिंक है चेक कर सकते हैं । सोशल मीडिया के थ्रू हम अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक ड्राइव कर सकते हैं और उस ट्रैफिक से एडसेंस से पैसा कमा सकते हैं । जैसे बहुत सारे लोग रील्स के थ्रू , बहुत सारे लोग मूवी क्लिप्स इस्तेमाल कर सकते हैं और जो नंबर 1 है वो सबसे जेनुइन तरीका माना जाता है , वो है ऑर्गेनिक । ऑर्गेनिक तरीका क्या है मतलब अगर कोई बंदा googlegroups.com से हमारी कीवर्ड रैंकिंग आती है जब कीवर्ड रैंकिंग आती है तो कोई क्वेरी सर्च करता है उस क्वेरी पे हमारा ब्लॉग रैंक करता है उस पर कोई क्लिक करता है तो हमारे ब्लॉग प ट्रैफिक आता है । तो ये डिफिकल्ट वे है , टाइम टेकिंग वे है बट सबसे जेनुइन तरीका है लंबे समय तक ये सस्टेन रहता है । तो ये तरीके हैं जिससे आप अगर आपके ब्लॉग पे एडसेंस अप्रूव्ड है तो इसके थ्रू आप ट्रैफिक और क्लिक्स अपने ब्लॉग पे एडसेंस पे पा सकते हैं और उससे पैसे जनरेट कर सकते हैं ।
अब बात आती है मेन क्या हमें करना चाहिए । देखिए तीन जो थ्री वे है पहला सोशल मीडिया ऑर्गेनिक और पेड यह मैं कहूंगा हर कोई ट्राई कर सकता है ; बट जो आर्बिट्रेजिंग है इसको मैं कहूंगा अगर आपको ट्राई करना है तो आप अपने एक सप्लीमेंट या एक अपने एडिशनल ऑप्शनल एडसेंस अकाउंट प ट्राई करिए मेन अकाउंट प तो कभी ट्राई मत करना ; पहला पेआउट लेने के बाद ही ट्राई करना । जब पहला पेआउट आ जाए अगर ऑर्गेनिक ट्रैफिक है थोड़ा सा सोशल ट्रैफिक है तो उस ट्रैफिक को मिक्स करके ट्राई कर सकते हैं , बट मैं कहूंगा कि मैं इसलिए बता रहा हूं क्योंकि बहुत सारे लोगों ने कहा यार यह भी क्या होता है एक बार बता दो तो मैंने सोचा क्यों ना आप सभी को जानकारी दे दिया जाए कि जो अभी के टाइम पे जो फाइव मेजर वे है जहां से लोग एडसेंस से अर्निंग जनरेट कर रहे हैं ; जिसका माध्यम इस्तेमाल कर रहे हैं , मतलब एडसेंस से अर्निंग देखिए कब होता है जब ब्लॉग पे ट्रैफिक आता है और वो ट्रैफिक जनरेट करने के लिए यह फाइव मेजर वेज है जिसका इस्तेमाल लोग कर रहे हैं । और यह तरीका आप भी इस्तेमाल कर सकते हैं अगर चाहे तो, बट अपने रिस्क पे मुझे ब्लेम नहीं करना । जो कि आर्बिट्रेजिंग लगाना पड़ेगा अगर आप ब्लॉगिंग में है तो ब्लॉगर को मैं मानता हूं बहुत रिसर्च करने वाले लोग होते हैं , ट्राई करने से डरते नहीं है । तो ये आपके ऊपर है कंपलीटली डिपेंड करता है आप कितना रिस्क लेते हो । मिलते हैं नेक्स्ट article में तब तक के लिए आप सभी का धन्यवाद ।