“How to start a business without the money ” कैसे एक बिजनेस को बिना पैसों के शुरू करें अब यह लाइन खुद में ही एक बड़ा डाउट क्रिएट करती है क्योंकि बिजनेस सुनते ही हमारे माइंड में आता है पैसा । पैसा लगाना होता है इसमें क्योंकि रिसोर्सेस भी चाहिए हमको बिना पैसे लगाए कोई स्मॉल बिजनेस स्टार्ट करना प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है और यह मैंने अपनी पिछली वीडियो के अंदर भी बताया था । मिस कर गए तो देख लो थोड़ा सा अकेले कैसे करोगे आप आपको मशीन जरूरत पड़ेगी एक स्पेस चाहिए होगा , बिज़नेस को बने के लिए उन प्रोडक्ट का स्टॉक चाहिए होगा , जल्दी बिजनेस आगे बढ़ाना है तो कुछ मार्केटिंग में भी पैसे लगेंगे और प्लस एक टीम भी रखनी पड़ सकती है । इन सबके बिना कोई बिजनेस स्टार्ट करना प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है एंड पैसा तो इन सबके लिए चाहिए ही होगा । बट करना तो हमें बिजनेस ही है क्योंकि छोटी नौकरी हमको चाहिए नहीं और बड़ी नौकरी पाने से पहले एक बड़ी डिग्री लेनी पड़ेगी जिसमें टाइम और पैसा दोनों लगेंगे और उसके बाद भी अगर कम वैकेंसीज और पेपर लीक जैसी दिक्कत आ गई तो डिग्री भी रखी रह जाएगी । लेकिन बिजनेस के लिए भी पैसा नहीं है ज्यादा हमारे पास कहां से लाए इतना पैसा ? वेल अगर आपने मेरी उस वीडियो को पूरा देखा था तो , आपको पता होगा कि उस वीडियो के आखिर में एक और बात भी कही थी मैंने कि हां बिना पैसों के बिजनेस स्टार्ट करना प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है .
अगर पॉसिबल है तो उसका प्रोसेस अलग है और आज की इस वीडियो के अंदर मैं यही प्रोसेस आपको बताऊंगा जिससे आपको स्टेप बाय स्टेप कैसे आगे बढ़ना है इसका एक कंप्लीट रोड मैप मिल जाएगा । तो अगर आप बेरोजगार हो कुछ है नहीं आपके पास करने को या जो आप कर रहे हो उसमें आपको मजा नहीं आ रहा तो आज की इस वीडियो को बस एंड तक देख लेना क्योंकि इस वीडियो को पूरा देखने के बाद आपके पास एक्सक्यूज देने का कोई रीजन नहीं बचेगा । बिल्कुल प्रैक्टिकल तरीके से मैं आपको बताऊंगा कि कैसे सब कुछ करना है तो चलो फिर इंट्रो को यहीं खत्म करते हैं और अब मेन मुद्दे पर आते हैं ।“Why should we choose a business ” पहले तो हम लोग इस चीज को क्लियर कर लेते हैं कि हमें बिजनेस ही क्यों चुनना है , हमें जरूरत क्या है बिजनेस करने की । अब नो डाउट इस पर लोगों के कई रीजंस हो सकते हैं बट सबसे बड़ा रीजन होता है इसका फ्रीडम । फ्रीडम आपके काम में और आपके पैसों में बिजनेस का एंड गोल होता है ; कि आप पैसों से ऊपर उठ जाओ प्लस 1012 घंटे काम करने का कोई प्रेशर ना रहे आपके ऊपर वरना तो हमेशा लोग आपको ऐसे ही खुद पैसा कमाने के लिए इस्तेमाल करते रहेंगे । लेकिन अभी चैलेंज यहां पर यह है कि हम पास जरा भी पैसा नहीं है बिल्कुल जीरो इन्वेस्टमेंट पर हैं हम तो अब जरा इस जीरो इन्वेस्टमेंट को भी डिफाइन कर लेते हैं क्योंकि हो सकता है कि आपको इसकी भी क्लियर डेफिनेशन करना पता हो । इन्वेस्टमेंट देखो हमारी तीन तरह से हो सकती है या तो टाइम लगाकर या पैसा लगाकर या पैसा और टाइम दोनों लगाकर । अब पैसा अगर हमारे पास नहीं है तो बाकी दो ऑप्शंस तो यही खत्म हो गए लेकिन हम टाइम लगा सकते हैं । यंग एज में है इतना तो कर ही सकते हैं हम फ्री टाइम को भी हम बर्बाद ही तो करते हैं और करते ही क्या हैं ? बट अब आपको घर वालों से कुछ टाइम लेना पड़ेगा उन्हें समझाना पड़ेगा आपको ताकि अब वो इस टाइम के दौरान इंटरफेयर ना करें आपके काम में आप पर प्रेशर ना बनाएं किसी चीज का देन इसके बाद एक पर्टिकुलर टाइम के लिए अब आपको अपनी इच्छाओं को दबाके रखना पड़ेगा यह बिग बॉस वेब सीरीज , रील्स अगर आप कोई काम करने का बहुत टाइम से सोच रहे हो पर कोई मौका नहीं मिल पा रहा आपको खाली बैठे रहते हो पर आइडियाज नहीं आते माइंड में इसका मतलब यह है कि आपके पास ज्यादा चीजों का एक्सपीरियंस नहीं है । आपके पास एक लिमिटेड नॉलेज है जिसका कोई खास काम दिखता नजर नहीं आता आपको तो सॉल्यूशन क्या है इसका obvious है कि एक्सपीरियंस बढ़ाना है अब आपको । बड़ी कंपनी में आपको नौकरी नहीं मिल रही कोई बात नहीं एक्सपीरियंस की शुरुआत आप लोकल बिजनेस के अंदर लेकर कर सकते हो । देखो आपके आसपास या आपकी लोकल मार्केट के अंदर कई अलग-अलग तरह के स्मॉल बिजनेस होंगे ।
जिस बिजनेस में आपको ज्यादा इंटरेस्ट है या जिसके आप नॉलेज लेना चाहते हो वहां आप जाओ और उस शॉप के ओनर से बात करके देखो उसे कहो कि मैं कम सैलरी में भी तैयार हूं मुझे फीस भरनी है ट्यूशन की कुछ अपना खर्चा निकालना है या कुछ भी तो ऐसा कहो जिससे बस राजी हो जाए , वह कम पैसों में कोई हेल्पर मिलेगा तो कोई ना नहीं करेगा आपसे , क्योंकि स्मॉल बिजनेस ओनर्स को मौके चाहिए होते हैं कि बस कुछ पैसा बच जाए कहीं से । हां मैं जानता हूं कि सुनने में आपको अजीब लग रहा होगा एक छोटे बिजनेस में हेल्पर का काम वो भी कम सैलरी में मजाक तो नहीं चल रहा नहीं भाई इसके पीछे एक लॉजिकल रीजन है । अगर आप एक छोटे बिजनेस में लगोगे तो आपके पास ज्यादा चीजों का एक्सेस होगा आप सेल्स का , रॉ मटेरियल का , पैकेजिंग का , ऑर्डर्स का , होलसेल मार्केट का , इवन बर्गे निंग तक का एक्सपीरियंस एक ही जगह पर कम टाइम में ले सकते हो । किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पर जाओगे तो सिर्फ एक ही फील्ड तक सीमित रह पाओगे ; एक ही तरह का एक्सपीरियंस जुटा पाओगे । लेकिन यहां पर हर वो चीज आपको सीखने मिल जाएगी जो आपको आगे तक काम आने वाली है । बट अभी आपका काम सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं होगा । असली बिजनेस आपका अब यह आगे के पॉइंट में शुरू होगा ।
“Use your leverage” मोहल्ले में गली के नुक्कड़ पर समोसे बेचने वाला भी एक बिजनेसमैन है बट वो खुद को एक बिजनेसमैन समझता नहीं है क्योंकि उसको यह मालूम नहीं है कि पर्सनल ब्रांडिंग क्या होती है । मॉडर्न तरीके से मार्केटिंग कैसे की जाती है बिजनेस को अपने ऑनलाइन कैसे ले जाया जा सकता है । बट मैं मानता हूं कि यह सब चीजें आपको जरूर पता होंगी । टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया की अच्छी नॉलेज होगी आपको । reels और shorts पर अलग-अलग तरह के मार्केटिंग आइडियाज देख रख होंगे । इस तरह की वीडियोस देखते हो तो पर्सनल ब्रांडिंग का भी पता होगा बट यह सब मैं आपको क्यों बता रहा हूं और इससे आपका क्या फायदा ? देखो आज भी लोकल बिजनेस के ओनर्स की एक बड़ी तादाद है जो अभी इस मॉडर्न टाइम को अडॉप्ट नहीं कर पाए यूनिक वे ऑफ मार्केटिंग की अपॉर्चुनिटी को नहीं समझ पाए तो क्यों ना अपने इस leverage से हम उन लोगों के साथ में ग्रो करें । मैं जानता हूं कि सुनने में आपको illogical सा लग रहा होगा बट मेरा एक नॉन फ्रेंड है जो इसको प्रैक्टिकली अप्लाई कर चुका है और 3000 महीने से स्टार्ट करके लगभग 2 साल बाद आज वह एक महीने के 0000 कमा रहा है । असल में उसके पास की एक लोकल मार्केट में एक 50 साल के शिकंजी वाले अंकल थे ये अंकल काफी टेस्टी शिकंजी बनाते थे बट सेल्स उनकी एक दिन के हिसाब से नॉर्मल सी ही थी क्योंकि वहां पर हाइजीन की थोड़ी कमी की वजह से उनसे हर कोई शिकंजी नहीं ले रहा था बट उसने उनके उस यूनिक टेस्ट को देखते हुए इस गैप को समझ लिया मुझे उसने एक-एक बात को डिटेल में बताया कि कैसे पहले तो कुछ दिन लगातार वो डेली उनके पास शिकंजी पीने जाने लगा ताकि एक बॉन्ड बन जाए उनसे और बाद में फिर उनसे अपनी मजबूरियां बताकर कम पैसों में जॉइन होने की यही तरकीब अपनाई और यकीन मानो यह तरकीब 95 पर काम करती है । उनको तो आधे से भी कम पैसों में एक हेल्पर मिल गया जो सिर्फ 3000 महीना लेकर उनका आधा काम संभाल सकता था ।
अब पहले 6 महीने तो उसने उनके काम में जरा भी इंटरफेयर नहीं किया बट बीच-बीच में व कुछ कमियों को नोटिस जरूर करवाता गया और फिर लगभग 6 महीने बाद जब अंकल जी का ट्रस्ट बिल्ड हो गया उस पर भरोसा होने लग गया उनको उस पर तब उसने बिजनेस को लेकर खुलकर बात करी उनसे । उन्हें बताया कि हम लोग मिलकर ये ये चीजें कर सकते हैं । इन्वेस्टमेंट पहले मैं ही लगाऊंगा क्योंकि अगर आईडिया काम नहीं किया तो मेरा लॉस होगा लेकिन अगर प्रॉफिट हुआ तो इस प्रॉफिट के अंदर मेरा इतने परसेंट स्टेक होगा । दो-चार दिन तक तो वह टालते रहे बात को यह रिस्क लेकर उन्हें कस्टमर के कम हो जाने का डर था यह उन्होंने बताया भी था बाद में । बट आखिरकार वह उसकी बात मान गए क्योंकि जा क्या रहा था उनका कुछ भी नहीं और कमाई बढ़ाने के लिए बदलाव करना जरूरी था । अब सबसे पहला बड़ा बदलाव उसने एक वाटर प्यूरीफायर लगाकर किया वाटर प्यूरीफायर की । शिकंजी पोरी मार्केट में कोई भी नहीं बेच रहा था । दूसरा बड़ा बदलाव किया उसने सेफ्टी ग्लव्स पहनकर जिससे सामने वाले को यह फील हो कि कितनी हाइजीनिक तरीके से काम चल रहा है । इसके अलावा उस दुकान का कोई नाम नहीं था तो उसने एक बोर्ड बनवाया और इसके बाद काफी यूनिक सा शिकंजी के गिलास का एक लोगो डिजाइन करवाया जिसमें कुछ आइस क्यूब्स इधर-उधर मूव कर रहे थे । देखने में यह बहुत satisfying लग रहा था । देन इसके बाद फिर उसने शिकंजी में भी कुछ एडिशंस किए लाइक उसके अंदर एक छोटा सा आइस क्यूब कुछ दाने बूंदी के एक दो पत्ता पुदीना एंड पतला सा लेमन इन सारे एडिशंस ने शिकंजी को एक प्रीमियम लुक दे दिया । ये सब की टोटल कॉस्ट 15000 के आसपास आई जो सब उसने खुद की जेब से जमा किया हुआ पैसा लगाया । अब आप खुद सोच कर देखो इतने यूनिक वे में अगर आपको कोई शिकंजी देता मिलेगा तो आप कैसे खुद को रोक पाओगे वहां जाने से । शिकंजी तो छोड़ो लोगो ही आपको अट्रैक्ट कर लेगा । यहां भी वैसा ही हुआ जब चार लोग दुकान पर इकट्ठे हुए तो चार और लोग आए और वह कहते हैं ना भीड़ को देखकर भीड़ आती है और उस भीड़ में से कई लोगों ने ट्राई भी किया जिन लोगों ने ट्राई नहीं किया । उनको एक प्रीमियम ऑफर दिया गया । यानी फ्री में उनको एक छोटे से गिलास से टेस्ट करने का मौका मिला जिससे तो भाई ये उनके भी मुंह लग गया । उसने मुझे बताया कि यह आईडिया उसकी सोच से भी ज्यादा डिलीवर कर गया । आज वह उस काम में इतना आगे बढ़ चुका है कि वह उसी मार्केट के अंदर इसकी दो ब्रांचेस खोल चुका है । शिकंजी में उसने कुछ नए फ्लेवर्स को इंट्रोड्यूस कर दिया । अब आगे का प्लान उसका यह ब्रांड अलग-अलग एरिया तक पहुंचाना है और पॉसिबल हुआ तो वह इसकी फ्रेंचाइजी भी निकालेगा जो कि सिर्फ एक दो लाख के बीच में होगी और क्यों नहीं होगा यार पॉसिबल भी हो जाएगा ऐसे ही एक बड़े ब्रांड की शुरुआत होती है ।
अंकल जी भी आज उसके साथ-साथ काफी मोटी कमाई कर रहे हैं देखो अब यह तो नहीं है कि आपको भी हर एरिया में ऐसे ही अंकल मिल जाए यह सब बातों मैं आपको इसलिए नहीं बता रहा कि आप इनको हूबहू कॉपी करने का सोचो । मैं इन आइडियाज से आपकी सोच खोल रहा हूं एक ऐसा रास्ता क्लियर कर रहा हूं जो शायद पहले से ही था आपके सामने लेकिन उसको आज तक आप समझ नहीं पाए , अगर आप किसी के बिजनेस में लग भी जाते हो स्टार्टिंग में कोई यह सब करने देगा नहीं । और जल्दबाजी के चक्कर में कोशिश भी मत करना हर बिजनेस की मार्केटिंग का अलग-अलग तरीका होता है । इसकी शुरुआत आप तब करना जब हर चीज का आपको खुद एक्सपीरियंस हो जाए इतने टाइम बाद आपके सेट को ट्रस्ट हो जाए आपके ऊपर ताकि अगर कुछ इधर-उधर होता है तो प्लान भी रहे आपके पास । “गेट अ टीम” देखो कोई भी बिजनेस हो अगर वह तेजी से आगे बढ़ रहा है तो उसका एक ही रीजन है कि उसको एक अच्छी सी टीम मिल गई है जो उसको प्रॉपर्ली मैनेज कर रही है । कई लोग वो चाहे पार्टनरशिप कर रहे हो या अकेले बिजनेस चला रहे हो वो पैसा बचाने के चक्कर में खुद ही सारे काम संभालते हैं । जिससे उनका बिजनेस सालों तक एक ही जगह पर अटका रह जाता है । देखो बिजनेस का एंड गोल मैं आपको पहले ही पॉइंट में बता चुका हूं बिजनेस हम करते हैं फ्रीडम पाने के लिए फ्रीडम पैसों से और काम करते रहने से वरना फिर आप में और एक नौकरी करने वाले में कोई फर्क नहीं रह जाएगा इसलिए जब आपका बिजनेस एक लेवल पर आ जाए तब आपका मेन फोकस हायरिंग पर होना चाहिए ताकि और रीच बढ़ सके आपके काम की और टीम हायर करने का पैसा नहीं है तो अपने मोहल्ले के कुछ बेरोजगारों को पकड़ लो , एक-एक चीज उनको प्रॉपर्ली समझाओ किस चीज में क्या-क्या ऐड होगा , कितना ऐड होगा , कहां से आएंगी यह चीजें सब कैसे किया जाएगा और जब उनको जानकारी हो जाए और वह संभालने लायक हो जाए आपका काम तो उनकी मंथली को सैलरी बांध दो और बस फ्री आप काम करते रहने से । सो यहां तक आपका कोई पैसा लगा नहीं , कोई बड़ा रिस्क उठाया आपने नहीं , आपने एक प्रोसीजर फॉलो किया जिसमें बस टाइम लगा आपका और दूसरे के बिजनेस के थ्रू आपने खुद का बिजनेस बना लिया ।